Friday, 24 April 2015

MPPSC_2015


1.         सुश्रुत मतानुसार छेदन कर्म हेतु शस्त्रों की धारा उल्लेखित है?
Answer -  अर्धकैशिकी
Reference -  सुश्रुत सूत्रस्थान 8/10
2.         सुश्रुत मतानुसार किस व्रण में सीवन कर्म कराना चाहिए?
Answer -  चलसन्धिव्यपाश्रित
Reference -  सुश्रुत सूत्रस्थान 25/16
3.         सुश्रुत मतानुसार अवबद्ध तथा अनवबद्ध किसके भेद है?
Answer -  शल्य के
Reference -  सुश्रुत सूत्रस्थान 27/3
4.         सुश्रुत मतानुसार कफप्रकोप में तक्र का प्रयोग किसके साथ कराना चाहिए?
Answer -  त्रिकटु and यवक्षार
Reference -  सुश्रुत सूत्रस्थान 45/89
5.         सुश्रुत मतानुसार किस उपदंश में शिशन में दरार एवं कृमि की उत्पत्ति होती है?
Answer -  सन्निपातिक
Reference -  सुश्रुत निदानस्थान 12/12
6.         सुश्रुत मतानुसार आगन्तुक व्रण में किस प्रकार की चिकित्सा करनी चाहिए?
Answer -  पित्तशमक शीतोपक्रम
Reference -  सुश्रुत चिकित्सास्थान 1/4
7.         सुश्रुत मतानुसार परिस्त्रावी भगन्दर में चिकित्सार्थ किस प्रकार का छेदन निर्दिष्ट नही है?
Answer -  गोतीर्थक
Reference -  सुश्रुत चिकित्सास्थान 8/10, 27
8.         सुश्रुत मतानुसार कनीनक को भेद माना गया है?
Answer -  नेत्रसन्धि का
Reference -  सुश्रुत उत्तर 1/16
9.         सुश्रुत मतानुसार रक्त की विकृति से होने वाले नेत्ररोगों की संख्या है?
Answer -  16
Reference -  सुश्रुत उत्तर 1/36
10.       सुश्रुत मतानुसार प्रथम प्रच्छान के पष्चात् अवलेखन कर्म निम्न रोग में करना चाहिए?
Answer -  पोथकी
Reference -  सुश्रुत उत्तर 13/14
11.       सुश्रुत मतानुसार रात्रि में अन्न का सेवन निषिद्ध तथा घृतपान पष्चात् मन्दोष्ण दुग्ध पिलाना किस रोग में बताया है?
Answer -  कर्णरोग
Reference -  सुश्रुत उत्तर 21/12
12.       सुश्रुत मतानुसार बिल्वादि तैल से कर्णपूरण इंगित है?
Answer -  बाधिर्य
Reference -  सुश्रुत उत्तर 21/35
13.       सुश्रुत मतानुसार अर्जुन नामक नेत्ररोग, नेत्र के किस भाग से सम्बन्धित है?
Answer -  शुक्लगत
Reference -  सुश्रुत उत्तर 4/7
14.       सुश्रुत मतानुसार किस रोग में उदान संज्ञक वायु कफ से आवृत होकर विगुण हो जाती है एवं नासामार्ग अवरूद्ध हो जाता है?
Answer -  नासाप्रतिनाह
Reference -  सुश्रुत उत्तर 22/15
15.       ‘‘शूनाक्षिकूटं वदनं च यस्य शिरोऽभितापः‘‘ किस रोग का लक्षण है?
Answer -  कफज शिरोरोग
Reference -  सुश्रुत उत्तर 24/7
16.       ‘‘अच्छं च पाययेत्सर्पिः स्वेदयेच्चाप्यभीक्ष्षः‘‘ किस सन्दर्भ में वर्णित है?
Answer -  कफज शिरोरोग
Reference -  सुश्रुत उत्तर 26/19
17.       सुश्रुत मतानुसार आकाश में ताराओं को हीन, अधिक या विकृत रूप में देखना लक्षण है?
Answer - सन्निपातज तिमिर व्त छवदम
Reference -  सुश्रुत उत्तर 7/24
18.       सुश्रुत मतानुसार विष के चतुर्थ वेग की चिकित्सा बतायी गयी है?
Answer -  स्नेहयुक्त अगदपान
Reference -  सुश्रुत कल्प 2/42
19.       आचार्य चरक ने विष का रस माना है?
Answer -  अनिर्देष्य रस
Reference -  चरक चिकित्सा 23/24
20.       अष्टांगहृदय के अनुसार किस विष के सेवन से मनुष्य की स्थिति कटे हुए पक्षी की भांति हो जाती है?
Answer -  दूषीविष
Reference -  सुश्रुत कल्प 2/28
21.       आचार्य वाग्भट्ट ने विष चिकित्सा का उल्लेख किस स्थान में किया है?
Answer -  उत्तर स्थान
Reference -  अष्टांग हृदय उत्तर 35 से 38
22.       सुश्रुत मतानुसार वृष्चिक के कितने भेद है?
Answer -  30
Reference -  सुश्रुत कल्प 8/58
23.       सौभाग्यशुण्ठी का रोगाधिकार है?
Answer -  सूतिकारोग
24.       सुश्रुत मतानुसार शुद्ध स्तन्य का लक्षण नही है?
Answer - तन्तुमत्
Reference -  सुश्रुत निदान 10/26, सुश्रुत शारीर 10/35
25.       किस आचार्य ने अत्यानन्दा योनिव्यापद् का उल्लेख किया है?
Answer -  सुश्रुत
Reference -  सुश्रुत उत्तर 38/15
26.       शार्गंधर मतानुसार स्त्रियो में पुरूषों की तुलना में कितनी पेशी अधिक होती है?
Answer - 20
Reference - शार्गंधर पूर्व. 5/4
27.       चरक मतानुसार प्रसवोत्तर कालिक आहार विहार में सर्वप्रथम क्या प्रयुक्त करते है?
Answer -  पंचकोल
Reference -  चरक शारीर 8/48
28.       ग्रन्थिभूत आर्तव की चिकित्सा है
Answer -  पाठा त्र्यूषण वृक्षक क्वाथ
Reference -  सुश्रुत शारीर 2/16
29.       ‘‘कटिपृष्ठं प्रतिसमन्ताद वेदना‘‘ लक्षण है?
Answer -  आसन्न प्रसूति
Reference -  सुश्रुत शारीर 10/9
30.       प्रसूता व दुष्प्रजाता के योनिभ्रश होने पर अमृत तुल्य योग है?
Answer -  मद्यपान
Reference -  काश्यप
31.       चरक मतानुसार प्रसवकाल के उपस्थित न होने पर भी प्रवाहण करने पर योनिव्यापद् रोग हो जाता है?
Answer -  कर्णिनी
Reference -  चरक शारीर 8/27
32.       स्तनरोग में दूष्य होते है?
Answer -  मांस रक्त
Reference -  सुश्रुत निदान 10/27
33.       सुश्रुत मतानुसार ‘‘नित्यवेदना‘‘ विशेष लक्षण होता है?
Answer -  विप्लुता
Reference -  सुश्रुत उत्तर 38/10
34.       सुश्रुत मतानुसार स्त्रियों में आशयों की कुल संख्या बताई गयी है?
Answer -  8
Reference -  सुश्रुत शारीर 5/8
35.       सुश्रुत मतानुसार अपत्यपथ में कुल पेशियों की संख्या है?
Answer -  4
Reference -  सुश्रुत शारीर 5/51
36.       ‘‘अनात्र्तवस्तना......खरस्पर्षा च मैथुने‘‘ किसका लक्षण है?
Answer -  षण्डी
Reference -  सुश्रुत उत्तर 38/18
37.       Transeverse presentation की तुलना किससे की जाती है?
Answer -  परिघ
Reference -  सुश्रुत निदान 8/5
38.       बालकों में औषध का प्रयोग एकान्त (निरन्तर) रूप में कब तक निषिद्ध है?
Answer -  12 बर्ष से कम
Reference -  काश्यप
39.       बालशोष रोग का सर्वप्रथम उल्लेख किया है?
Answer -  वाग्भट्ट ने
Reference -  अष्टांग हृदय उत्तर 2/44
40.       सुवर्णप्राशन का 6 माह तक प्रयोग करने पर बालक क्या हो जाता है?
Answer -  श्रुतधर
Reference -  काश्यप
41.       मीजल्स का टीका कब लगाया जाता है?
Answer -  9 - 12 माह
42.       किस आयु में बालक अपना नाम व लिगं जानने लग जाता है?
Answer -  3 बर्ष
43.       त्रिपाद चक्र रथ प्रयोग करते है?
Answer -  फक्क रोग में
Reference -  काश्यप
44.       किस ग्रहबाधा से आक्रान्त बालक में ऊध्र्वदृष्टि, मुखवक्रता, शरीर में रक्त की गन्ध आना आदि लक्षण मिलते है?
Answer -  स्कन्दग्रह
Reference -  सुश्रुत उत्तर 27/8 विमर्ष
45.       हाथों से सेक (हस्त स्वेदन) का विधान कब तक होता है?
Answer -  4 माह
Reference -  काश्यप
46.       बालचातुर्भद्र के घटक द्रव्य है?
Answer -  नागरमोथा, पिप्पली, अतीस, काकडासींगी
47.       बालक का अन्नप्राशन संस्कार आचार्य काश्यप ने कब करना बताया है?
Answer -  10 माह
Reference -  काश्यप
48.       दांतों को दृढ करने के लिए उपयुक्त होता है?
Answer -  स्नेह गण्डूष
Reference -  अष्टांग हृदय उत्तर 22/14
49.       आचार्य चरक ने बर्षा ऋतु में आहार सेवन किसके साथ बताया है?
Answer -  मधु
Reference -  चरक सूत्र 6/36
50.       ‘‘श्रीमत्परिषदं शस्तं‘‘ लक्षण है?
Answer -  स्वच्छ वस्त्र धारण
Reference -  चरक सूत्र 5/95
51.       हनु, मन्या, सिर तथा कान की वेदना होने पर लाभदायक होता है?
Answer - कर्णपूरण
Reference - सुश्रुत चिकित्सा 24/29
52.       सुश्रुत ने दिनचर्या का वर्णन चिकित्सा स्थान के किस अध्याय में किया है?
Answer -  अनागतबाध प्रतिषेध अध्याय
Reference -  सुश्रुत चिकित्सा 24
53.       वह्निमित्रा पर्याय है?
Answer -  मूषा
54.       मित्रपंचक का घटक नही है?
Answer - गुग्गुलु/गुड
55.       रससिन्दूर में गन्धक तथा पारद का अनुपात होता है?
Answer -  1:1
56.       स्वर्ण मारण हेतु कौन सा पुट दिया जाता है?
Answer -  कुक्कुट
57.       ताम्र का गलनांक है?
Answer -  1084 Ċ
58.       सुश्रुत मतानुसार सन्धियों की कुल संख्या है?
Answer -  210
Reference -  सुश्रुत शारीर 5/27
59.       स्थपनी किस प्रकार का मर्म है?
Answer -  विशल्यघ्न
Reference -  सुश्रुत शारीर 6/11
60.       भग में किस प्रकार की सन्धि मिलती है?
Answer -  सामुद्ग
Reference -  सुश्रुत शारीर 5/32
61.       दृष्टि की उत्पत्ति के लिए आवश्यक महाभूत है?
Answer - तेज
Reference - चरक सूत्र 5/16
62.       धमनी शैथिल्य लक्षण मिलता है?
Answer -  मांसक्षय
Reference -  सुश्रुत सूत्र 15/13
63.       वृक्कों की उत्पत्ति किससे होती है?
Answer -  रक्तमेद प्रसादांश
Reference -  सुश्रुत शारीर 4/30
64.       दिवास्वप्न किस अवस्था में इंगित है
Answer -  उपरोक्त सभी
Reference -  सुश्रुत शारीर 4/37
65.       ‘‘शंखनाभ्याकृति‘‘ किस अंग को उपमा दी गयी है?
Answer - योनि को
Reference -  सुश्रुत शारीर 5/55
66.       चरक मतानुसार ‘‘क्षेत्रज्ञ‘‘ किसका पर्याय है?
Answer -  आत्मा का
Reference -  चरक शारीर 1/5
67.       चरक मतानुसार शरीरवृद्धिकर भाव है?
Answer -  उपरोक्त सभी
Reference -  चरक शारीर 6/12
68.       सुश्रुत मतानुसार ग्रन्थि भेद नही है?
Answer -  मांसग्रन्थि
Reference -  सुश्रुत निदान 11/4 - 9
69.       चरक मतानुसार रक्तपित्त का निम्न उपद्रव नही है?
Answer -  हिक्का
Reference -  चरक निदान 2/7
70.       गरविष तथा दूषीविष का सेवन करना किस उदर रोग का लक्षण है?
Answer -  सन्निपातोदर
Reference - सुश्रुत निदान 7/13
71.       भिलावे की गुठली के समान अश्मरी होती है?
Answer -  पैत्तिक
Reference -  सुश्रुत निदान 3/9
72.       भोजन के समय थकावट होना.....पूर्वरूप है?
Answer -  राजयक्ष्मा
Reference - चरक निदान 6/13
73.       कण्टकपंचमूल में कौन सा द्रव्य सम्मिलित है?
Answer - शतावरी
74.       औषध प्रयोग हेतु त्वक् (छाल) को किस ऋतु में ग्रहण करना चाहिए?
Answer - शरद
Reference -  चरक कल्प 1/10
75.       ‘‘सर्वरसप्रत्यनीक‘‘ किस रस को कहा गया है?
Answer -  लवण
Reference -  चरक सूत्र 26/43 सुश्रुत सूत्र 42/14
76.       रूक्ष गुण का भौतिक संगठन है?
Answer -  पृथ्वी  अग्नि  वायु
77.       मधुर त्रिफला के घटक है?
Answer -  गम्भारी, खर्जूर, द्राक्षा
78.       पक्व या अपक्व मल को बाहर निकालने वाले कर्म को क्या कहते है?
Answer -  रेचन
79.       गुर्वादि (शारीर) गुण कितने है?
Answer -  20
80.       पिप्पली, पिप्पलीमूल, चव्य, नागर तथा चित्रक को सम्मिलित रूप से क्या कहते है?
Answer -  पंचकोल
81.       अतिविषा का रस क्या है?
Answer -  तिक्त एवं कटु
82.       अर्क किस कुल से सम्बिन्धित है?
Answer -  Asclepiadaceae
83.       इन्द्रवृक्ष किसका पर्याय है?
Answer -  कुटज
84.       Barberin alkaloid किससे प्राप्त होता है?
Answer -  दारूहरिद्रा
85.       हरीतकी का सेवन सोंठ के साथ किस ऋतु में किया जाता है?
Answer -  हेमन्त
86.       पंचवल्कल में निम्न द्रव्य नही है?
Answer -  वृहती
87.       tecomella undulata क्या है?
Answer -  रोहितक
88.       चरक मतानुसार वातप्रधान कुष्ठ रोगों में सर्वप्रथम किसका प्रयोग करना चाहिए?
Answer - घृतपान
Reference -  चरक चिकित्सा 7/39
89.       चरक मतानुसार वातरक्त में किस उपद्रव के प्रधान रूप से होने पर यह असाध्य हो जाता है?
Answer -  मोह
Reference -  चरक चिकित्सा 29/33
90.       चरक मतानुसार जिस अतिसार रोगी की अग्नि प्रदीप्त हो चुकी हो, उसे निरन्तर प्रयोग करना चाहिए?
Answer -  अजादुग्ध
Reference -  चरक चिकित्सा 19/57
91.       चरक मतानुसार ‘‘कृशत्वं नातिगात्राणां प्रततं कण्ठकूजनम्‘‘ लक्षण है?
Answer -  सन्निपातज ज्वर
Reference -  चरक चिकित्सा 3/107
92.       चरक मतानुसार ‘‘प्राग्रूपं मुखशोषः, स्वलक्षणं सर्वदाअम्बुकामित्वम्‘‘ लक्षण है?
Answer -  तृष्णा
Reference -  चरक चिकित्सा 22/8
93.       ‘‘वातश्लेष्महरैर्युक्तं...... तु विरेचनम्‘‘ किसके सन्दर्भ में वर्णित है?
Answer - तमकश्वास
Reference - चरक चिकित्सा 17/121
94.       चरक मतानुसार परमोजस्कर है?
Answer - ऐन्द्र रसायन
Reference -  चरक चिकित्सा 1-3/28
95.       सर्वोत्तम वाजीकरण है?
Answer -  स्त्री
Reference -  चरक चिकित्सा 2-1/7
96.       चरक मतानुसार ‘‘भेकवर्णोहतेन्द्रियः‘ किस व्याधि का लक्षण है?
Answer -  कामला
Reference -  चरक चिकित्सा 16/35
97.       सुश्रुत मतानुसार प्रतिमर्श नस्य का विधान कितनी बार बताया गया है?
Answer -  14
Reference -  सुश्रुत चिकित्सा 40/52
98.       ‘‘शोषेण सानुबन्धं वा तस्य संशमनी क्रिया‘‘ किसके सन्दर्भ में वर्णित है?
Answer -  रक्तपित्त
Reference -  चरक चिकित्सा 4/64
99.       चरक के अनुसार पित्तज प्रमेंह के प्रकार है?
Answer -  6
Reference -  चरक चिकित्सा 6/10
100.     शार्गंधर के अनुसार ‘‘च तज्ज्ञेयं यज्जराव्याधिनाशनम्‘‘ किससे सम्बन्धित है?
Answer -  रसायनम्
Reference -  शार्गंधर पूर्व. 4/14
101.     ‘‘आपादतलमूर्धस्थान् दोशान् पक्वाशये स्थितः‘‘ किसके सन्दर्भ में कहा गया है?
Answer - वस्ति
Reference - चरक कल्प 7/64
102.     वाजीकरणघृत का प्रयोग चरक ने कब वर्णित किया है?
Answer -  भोजन से पूर्व
Reference -  चरक चिकित्सा 2-1/37
103.     कुटीप्रवेशविधिपूर्वक किसका प्रयोग वृद्ध पुरूष को भी युवा बना देता है?
Answer -  च्यवनप्राश
Reference -  चरक चिकित्सा 1-1/74
104.     चरक मतानुसार शरीर में स्फोट, कोठ, खुजली होना तथा हृदय व स्त्रोतों में भारीपन लक्षण है?
Answer -  वमन हीनयोग का
Reference -  चरक सिद्धि 1/17
105.     चरक मतानुसार बुद्धि का निवासस्थान है?
Answer -  हृदय
Reference -  चरक चिकित्सा 24/35
106.     चरक मतानुसार ‘‘कंसहरीतकी‘‘ का मुख्य रोगाधिकार है?
Answer - शोथ
Reference -  चरक चिकित्सा 12/50
107.     चरक मतानुसार ‘‘अन्न का सम्यक् पाचन न होने से अम्लता को प्राप्त कर विष के समान हानि करने वाला होना‘‘ किसके सन्दर्भ में उल्लेख मिलता है?
Answer -  ग्रहणी
Reference -  चरक चिकित्सा 15/44
108.     विश्व मधुमेह दिवस कब मनाया जाता है?
Answer -  14 नवम्बर
109.     केन्द्रीय भारतीय चिकित्सा परिषद् का मुख्यालय कहां पर स्थित है?
Answer -  दिल्ली
110.     ASHA है?
Answer – Accredited social health activist
111.     National mid day meal कार्यक्रम की शुरूआत कब हुई थी?
Answer -  1995
112.     NRHM किस सन् में प्रारम्भ हुआ?
Answer -  2005
113.     अग्नि से जल जाने पर सर्वप्रथम क्या उपाय करना चाहिए?
Answer -  शीतल जल से धोना चाहिए
114.     किस रोग के होने पर मुख खोलने में कठिनाई होती है?
Answer - टिटेनस
115.     मस्तिष्क की गतिविधियां किसके माध्यम से पढी जाती है?
Answer -  ई.ई.जी.
116.     विटामिन सी की कमी से होने वाला रोग है?
Answer - स्कर्वी
117.     गलसुआ किसके कारण होता है?
Answer -  विषाणु
118.     सुश्रुत मतानुसार अल्प वेदना वाली अधिक कण्डूयुक्त, पाषाण के समान कडी तथा देर से बढने वाली ग्रन्थि होती है?
Answer -  कफज ग्रन्थि
Reference -  सुश्रुत निदान 11/6
119.     मूत्रजन्य व आन्त्रजन्य वृद्धि में दोष प्रवृद्ध होता है?
Answer -  वात
Reference -  सुश्रुत निदान 12/9
120.     सुश्रुत मतानुसार श्लीपद रोग में कौन सा कर्म कराना चाहिए?
Answer -  विस्त्रावण

Reference -  सुश्रुत सूत्र 25/13

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