संक्षिप्त ऋतुचर्या:
- हेमन्त-शिशिर (शीतकाल), वर्षा ऋतु में – मधुर, अम्ल व लवण रस का सेवन
- वसन्त ऋतु में – तिक्त, कटु व कषाय रसों का सेवन
- ग्रीष्म ऋतु में – विशेषतः मधुर रस का सेवन
- शरद् ऋतु में – मधुर, तिक्त व कषाय रसों का सेवन
- शरद् व वसन्त ऋतुओं में – रूक्षान्न का सेवन
- ग्रीष्म व शरद् (घनान्त) ऋतुओं में – शीतगुण प्रधान अन्न-पान
- हेमन्त-शिशिर (शीतकाल), वर्षा ऋतु में – स्निग्ध व उष्ण अन्न-पान
No comments:
Post a Comment